किसानों को न्याय दिलाने तक जारी रहेगा संघर्ष – सिंधिया

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प्रदेश में उग्र हुए किसान आंदोलन के दौरान मंदसौर में पुलिस ने जिस बर्बता से फायरिंग कर सात किसानों को मौत के घाट उतारा गया। इस पर एक तरफ सरकार ने उपवास रखा तो अब पूर्व केंद्रीय  मंत्री एवं कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया पहली बार राजधानी में 72 घंटे सत्याग्रह पर बैठे। राजमहल के सिंधिया महाराज ने तंबू में दो रात बिना एसी और कूलर के पंखे की गर्म हवा और उमस भरे माहौल में गुजारी। किसानों के मुददे पर सरकार पर कटाक्ष करते हुए कर्ज माफी और आगे की रणनीति पर उन्‍होंने खुलकर चर्चा की। पेश हैं अमित सोनी के साथ बातचीत के कुछ अंश-

सवाल – सत्याग्रह के बाद कांग्रेस का अगला कदम क्या होगा?

जवाब- यह सत्याग्रह तीन दिन में समाप्त होने वाला नहीं है। किसानों से बातचीत चल रही है, इसमें जो निचोड़ निकलेगा,उसपर प्रदेश कांग्रेस कमेटी और वरिष्ठ नेता आगे की रणनीति तैयार करेंगे। रणनीति के तहत कांग्रेस किसानों को न्याय दिलाने तक अपनी लड़ाई जारी रखेगी।

सवाल  यूपी में किसानों के कर्ज माफ करने का निर्णय लिया है। मप्र में जरूरत नहीं है?

जवाब- प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री चौहान ने किसानों को ठगा है। मोदी ने कहा था कि किसानों के अच्छे दिन आएंगे। किसानों के कर्ज माफ होंगे। अब सब नदारद हो गए हैं। वर्ष 2008-09 में मंदी के दौर में यूपीए की हमारी सरकार ने72 हजार करोड़ का कर्ज माफ किया था।

सवाल-  सत्याग्रह को भाजपा ने पॉलिटिकल प्रोपेगंडा बताकर कर खारिज कर रही है?

जवाब–  किसने छह लोगों की जान लेने के ऑर्डर दिए?घटना के बाद जो गतिविधियां हैं, उन पर ध्यान आकर्षित न करें। मंदसौर फायरिंग के लिए कौन जिम्मेदार है? फायरिंग करने वालों पर अपराध दर्ज क्यों नहीं हुआ? मैं पूछता हूं कि यह वातावरण क्यों बना?घटना क्यों घटी, इसका जवाब शिवराज सिंह चौहान को देना होगा। पैसे देकर मृतकों के परिजनों को खरीदने की घटिया कोशिश करने वाले शिवराज सिंह चौहान को इन सबके उत्तर देने होंगे। इससे बड़ा आश्‍चर्य क्‍या होगा कि हिन्दू संस्कृति में किसी की मृत्यु होने पर हम उनके घर बैठने जाते हैं, परन्तु पहली बार देखा कि जिसके यहां मौत हो गई है, उनके परिजनों को भोपाल बुलाया गया और सीएम से मुलाकात कराई गई।

सवाल  एक तरफ सीएम शिवराज ने एयरकंडीशनर तंबू में उपवास रख रात गुजारी। आपने बिना एसी और कूलर के आप खटिया पर दो रात सोए। नींद आई कैसी?

जवाब मुझे तो बिना ऐसी और कूलर के भी अच्‍छी नीदं आती है। मैं पब्लिक स्कूल का पढ़ा हूं,वहां कठिन परिस्थितियों में रहने का प्रशिक्षण दिया जाता है। मुख्‍यमंत्री ने भेल दशहरा में जो उपवास रखा था, राजसी उपवास था।  15 सालों से मेरी यही जीवन शैली है। जिन्हें शक है, मेरे साथ चलें। मैं सीएम, मंत्री और अन्य भाजपा नेताओं को आमंत्रित करता हूं कि वे हमारे साथ चलें। भोपाल के सुंदर वातावरण में नहीं,बल्कि चंबल के पथरीले क्षेत्रों में जहां, 47 से 50 डिग्री का तापमान रहता है। मैं उन्हीं के बीच रात भी बिताता हूं।  मेरे साथ भाजपा के नेता दौरे पर अगर चलें तो उनका राजनीतिक कद बढ़े या न बढ़े, पर उनके शरीर का वजन जरूर कम हो जाएगा।

सवाल-  इन दो रातों में आपने कैसे सपने देखे?

जवाब–  मैं यथार्थ में जीता हूं। कोई सपनों का सौदागर नहीं हूं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान किसानों और जनता को सपनों के सब्जबाग दिखाते आ रहे हैं। किसान आज आत्महत्या करने के लिए विवश है। किसान जब आंदोलन करता है तो उसे गोलियों से मरवा दिया है।

सवाल  प्रभात झा का आरोप है कि आपने किसानों की जमीन हड़प ली ?

जवाब  प्रभात झा से प्रमाण-पत्र की मुझे जरूरत नहीं। प्रदेश और देश में उनकी सरकार है। वे कई दिनों से पीछे पड़े हैं। सरकार को जो करना है कर ले। किसी भी एजेंसी से जांच करवा ले। मैं डरने वाला नहीं हूं।

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